Posts

Entrepreneur Self-Assessment Quiz

  Entrepreneur Self-Assessment Quiz Page Entrepreneur Assessment Quiz: Should you start your own business?* To help evaluate whether you have some of the abilities to be a successful entrepreneur, take the Entrepreneur Assessment Quiz as under. Can you start a project and see it through to completion in spite of a myriad of obstacles? Yes b. No Can you make a decision on a matter and then stick to the decision even when challenged? Yes b. No Do you like to be in-charge and be responsible? Yes b. No Do other people you deal with respect and trust you? Yes b. No Are you in good physical health? Yes b. No Are you willing to work long hours with little immediate compensation? Yes b. No Do you like meeting and dealing with people? Yes b. No Can you communicate effectively and persuade people to go along with your dream? Yes b. No Do others easily understand your concepts and ideas? Yes b. No Have you had extensive experience in the type of business y...

प्रेम कविता

Image
  प्रेम की वास्तविक परिभाषा हमें भगवान शिव से सीखनी चहिए। दुनिया वाले भी प्रेम करते हैं मगर सिर्फ़ उस वस्तु को जो उनके उपयोग की हो। अनुपयोगी अथवा बिना कारण किसी से अगर कोई प्रेम करता है तो वो भगवान शिव ही हैं। इसलिए वो भूत भावन भी कहलाते हैं। भूतों से प्रेम करना अर्थात समाज में उन लोगों से भी प्रेम करना जो समाज द्वारा तिरस्कृत हों अथवा समाज जिन्हें उपेक्षित समझता हो व उनसे नफरत करता हो। भूत भावन भगवान शिव से हमें यह प्रेरणा लेनी चाहिए कि समाज का चाहे कोई भी वर्ग अथवा चाहे कोई भी व्यक्ति क्यों न हो अगर आप उन्हें ज्यादा कुछ न दे सको तो कोई बात नहीं, कम से कम एक प्रेम भरी मुस्कान जरूर दे दिया करो। इतनी ऊँचाई न देना ईश्वर कि धरती पराई लगने लगे, इतनी खुशियाँ भी न देना, दुःख पर किसी के हंसी आने लगे। नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका निर्बल पर प्रयोग करूँ, नहीं चाहिए ऐसा भाव किसी को देख जल-जल मरूँ। ऐसा ज्ञान मुझे न देना अभिमान जिसका होने लगे, ऐसी चतुराई भी न देना लोगों को जो छलने लगे। इतनी ऊँचाई न देना ईश्वर कि धरती पराई लगने लगे ।

तथाता का अर्थ और व्याख्या, पाखण्ड क्या है ?

Image
 पाखंड प्रतिमा के सामने झुकने में नही है     पाखंड तो तब है जबकि सिर्फ मस्तिष्क झुक रहा है और हृदय में कोई अनुभव नहीं हो रहा है,                          पत्थर की पूजा भी प्रेम पूर्ण हो तो      पत्थर "परमात्मा" है और                          "परमात्मा" की पूजा पत्थर की तरह          हो तो सब पाखंड है ...!                                                     ओशो "तथाता का अर्थ है। इस जगत में ऐसे रहना जैसे तुम अकेले हो। न कुछ झगड़ने को, न कुछ कलह करने को, न कोई द्वंद्व, न कोई संघर्ष। तथाता का अर्थ है, जैसी चीजें हो जाएँ वैसी स्वीकार कर लेना। मैंने सुना है, एक झेन फकीर रिंझाई एक रास्ते से गुजर रहा था। एक...

मित्रता किस से करे, मित्र के सम्बन्ध में कुछ गहरी बात । सच्ची मित्रता क्या है ?

Image
  सच्ची मित्रता क्या है ? मित्रता वह प्रेम है जो बिना जैविक कारणों से होता है। यह वैसी मित्रता नहीं है जैसा कि तुम सामान्य रूप से समझते हो--प्रेमी या प्रेमिका की तरह। यह जो शब्द--मित्रता है, उसे किसी भी तरह यौनाकर्षण से संयुक्त कर देखना निरी मूर्खता है। यह सम्मोहन और पागलपन है। जैविकता प्रजनन के लिए तुम्हारा उपयोग कर रही है। अगर तुम यह सोचते हो कि तुम प्रेम में हो, तो तुम गलती में हो, यह केवल हार्मोन का आकर्षण है। तुम्हारे शरीर का रसायन बदला जा सकता है और तुम्हारा प्रेम नदारद हो जाएगा। हार्मोंस का केवल एक इंजेशन, और पुरुष स्त्री बन सकता है और स्त्री पुरुष बन सकती है । मित्रता है बिना यौनाकर्षण का प्रेम। यह एक दुर्लभ घटना बन गई है। अतीत में यह महत्वपूर्ण घटना रही है, पर अतीत की कुछ महान अवधारणाएं बिलकुल खो गई हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि कुरूप चीजें हमेशा जिद्दी होती हैं,वे आसानी से नहीं मरतीं; और सुंदर चीजें बहुत कोमल होती हैं, वे आसानी से मर जाती हैं और गुम हो जाती हैं। आज कल मित्रता को केवल यौनाकर्षण के संबंध में या आर्थिक स्तर पर या सामाजिकता के तौर पर ही समझा जाता है, वह महज ...

ध्यान योग विधिः ओशो

Image
  शिव ने कहा है "होश को दोनों भौहों के मध्य में लाओ और मन को विचार के समक्ष आने दो। देह को पैर से सिर तक प्राण तत्व से भर जाने दो, ओर वहां वह प्रकाश की भांति बरस जाए।" वह विधि पाइथागोरस को दी गई थी। पाइथागोरस यह विधि लेकर ग्रीस गया। और वास्तव में वह पश्चिम में सारे रहस्ययवाद का उद्गम बन गया। स्रोत बन गया। वह पश्चिम में पूरे रहस्यवाद का जनक है। यह विधि बहुत गहन पद्धतियों में से है। इसे समझने का प्रयास करो: ‘’होश को दोनों भौहों के मध्य में लाओ।‘’ आधुनिक मनोविज्ञान और वैज्ञानिक शोध कहता है कि दोनों भौंहों के मध्य में एक ग्रंथि है जो शरीर का सबसे रहस्यमय अंग है। यह ग्रंथि, जिसे पाइनियल ग्रंथि कहते है। यही तिब्बतियों का तृतीय नेत्र है—शिवनेत्र : शिव का, तंत्र का नेत्र। दोनों आंखों के बीच एक तीसरी आँख का अस्तित्व है, लेकिन साधारणत: वह निष्कृय रहती है। उसे खोलने के लिए तुम्हें कुछ करना पड़ता है। वह आँख अंधी नहीं है। वह बस बंद है। यह विधि तीसरी आँख को खोलने के लिए ही है। ‘’होश को दोनों भौंहों के मध्य में लाओ ।‘’......अपनी आंखें बंद कर लो, और अपनी आंखों को दोनों भौंहों के ठीक बीच में ...

Safety On The GO

 T ravel safety tips to keep in mind A traveler has to be very careful of his belongings while on the go. Luggage, cash, credit or debit cards being stolen can turn your entire trip into a nightmare. Follow these tips to steer clear of such experiences: Tip 1:Don't let your luggage get out of sight or ask strangers to watch it for you. Overtly willing strangers are best kept at bay. Do not trust people because they look Indian or are traveling with kids. Tip2:Use concealed money holders. Do not count your cash in the open or hold your credit cards in your hand even while standing in a queue. Tip3:Don't leave envelopes or magazines with your name and address behind on a plane. You never know who may be phishing for information. Tip4:Don't forget to secure your home and office desk while away. Tip5:Keep important documents on you, rather than in the overhead compartment of your flight. Passports and credit cards papers are common stolen items overseas. Tip6:The American Expre...

Success Mantra

* The core benefit of knowledge is only when it is used. * No idea can change your life, only action on ideas can change your life. * Utilize spare time. * If  you can, Leave it:     1.cricket     2.facebook     3.mobile phone     4.television     5.gossip with friends